Toll Tax Free: हाईवे टोल टैक्स होगा बिल्कुल फ्री! सरकार ने लागू किए नए नियम, जानें डिटेल्स

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Toll Tax Free: भारत सरकार ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है जिससे वाहन चालकों को राहत मिलेगी। अब हाईवे और एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले लोगों को कुछ हद तक टोल टैक्स नहीं देना होगा। यह नया नियम 10 सितंबर 2024 से लागू हो गया है। इस नए नियम के तहत निजी वाहन मालिक अब रोजाना 20 किलोमीटर तक की यात्रा बिना किसी टोल टैक्स के कर सकेंगे।

यह फैसला सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा लिया गया है। मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों का निर्धारण और संग्रह) नियम, 2008 में संशोधन किया है। इस नए नियम का उद्देश्य यात्रियों को राहत देना और टोल प्लाजा पर होने वाली भीड़ को कम करना है।

नए टोल टैक्स नियम क्या हैं?

  • ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) से लैस निजी वाहनों को प्रतिदिन 20 किलोमीटर तक की यात्रा पर कोई टोल टैक्स नहीं देना होगा।
  • यह छूट केवल एक ही दिशा में यात्रा करने पर लागू होगी।
  • 20 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पर, वास्तविक तय की गई दूरी के आधार पर टोल शुल्क लिया जाएगा।
  • यह नियम राष्ट्रीय राजमार्ग, स्थायी पुल, बाईपास या सुरंग पर लागू होगा।
  • यह सुविधा केवल GNSS से लैस वाहनों के लिए उपलब्ध होगी।

GNSS क्या है?

GNSS या ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम एक तकनीक है जो वाहनों की स्थिति और गति का सटीक पता लगाने में मदद करती है। यह सिस्टम GPS की तरह काम करता है। GNSS के कुछ प्रमुख लाभ हैं:

  • यह वाहन की सटीक स्थिति बताता है
  • इससे यात्रा की गई दूरी का सही पता चलता है
  • यह रियल-टाइम डेटा प्रदान करता है
  • इससे टोल संग्रह प्रक्रिया स्वचालित हो जाती है

नए नियम का प्रभाव

इस नए नियम से कई तरह के फायदे होंगे:

  1. यात्रियों को राहत: छोटी दूरी की यात्रा करने वालों को अब टोल टैक्स नहीं देना होगा। इससे उनके खर्च में कमी आएगी।
  2. टोल प्लाजा पर भीड़ कम होगी: GNSS सिस्टम से लैस वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी। इससे वहां की भीड़ कम होगी।
  3. समय की बचत: वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा, जिससे उनका समय बचेगा।
  4. ईंधन की बचत: टोल प्लाजा पर रुकने और फिर से चलने में जो ईंधन खर्च होता था, वह बचेगा।
  5. प्रदूषण में कमी: वाहनों के कम रुकने से प्रदूषण भी कम होगा।

GNSS और FASTag में अंतर

GNSSFASTag
वाहन की सटीक स्थिति और दूरी का पता लगाता हैकेवल टोल प्लाजा पर वाहन की पहचान करता है
बिना रुके टोल संग्रह संभववाहन को धीमा करना पड़ता है
20 किमी तक मुफ्त यात्राऐसी कोई सुविधा नहीं
अभी शुरुआती चरण मेंपहले से ही व्यापक रूप से उपयोग में

नए नियम के लाभार्थी

इस नए नियम से निम्नलिखित लोगों को फायदा होगा:

  • नियमित रूप से छोटी दूरी की यात्रा करने वाले लोग
  • टोल प्लाजा के आस-पास रहने वाले लोग
  • रोजाना काम पर जाने वाले कर्मचारी
  • स्कूल/कॉलेज जाने वाले छात्र
  • छोटे व्यापारी जो अक्सर आस-पास के शहरों में जाते हैं

भविष्य की योजनाएं

सरकार इस नए सिस्टम को और भी बेहतर बनाने की योजना बना रही है:

  • GNSS तकनीक को और अधिक सटीक बनाना
  • इस सिस्टम को देश भर के सभी टोल प्लाजा पर लागू करना
  • GNSS और FASTag का एकीकरण करना
  • मोबाइल ऐप के माध्यम से टोल भुगतान की सुविधा देना
  • इस तकनीक का उपयोग यातायात प्रबंधन में करना

Author

  • Muskan Khatri

    Muskan Khatri has a Master’s degree in Mass Media and over 4 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.

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