Bihar Land Survey: बिहार सरकार ने लैंड सर्वे के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने तीन महीने के लिए लैंड सर्वे को स्थगित कर दिया है। इस दौरान लोगों को अपने जमीन के कागजात जमा करने का मौका दिया जाएगा। यह फैसला लोगों को राहत देने के लिए लिया गया है, क्योंकि कई लोगों को अपने जमीन के दस्तावेज जुटाने में परेशानी हो रही थी।
बिहार में 114 साल बाद लैंड सर्वे शुरू किया गया था। इसका मकसद जमीन के रिकॉर्ड को अपडेट करना और जमीन विवादों को कम करना था। लेकिन इसमें कई तरह की दिक्कतें आ रही थीं। लोगों को पुराने दस्तावेज नहीं मिल पा रहे थे और कई जगह भ्रष्टाचार की शिकायतें भी आ रही थीं।
बिहार लैंड सर्वे क्या है?
बिहार लैंड सर्वे एक बड़ा अभियान है जिसे बिहार सरकार ने शुरू किया है। इसका मकसद राज्य की सभी जमीनों का सही-सही सर्वे करना है। इस सर्वे से जमीन के रिकॉर्ड अपडेट होंगे और जमीन से जुड़े झगड़े कम होंगे।
इस सर्वे में पुराने खतियान को नए मालिकों के नाम से अपडेट किया जाएगा। जमीन के नक्शे भी नए सिरे से बनाए जाएंगे। हर जमीन मालिक को एक प्रॉपर्टी कार्ड दिया जाएगा जिसमें उसकी जमीन की पूरी जानकारी होगी।
बिहार लैंड सर्वे में क्या-क्या बदलाव किए गए हैं?
- सर्वे को तीन महीने के लिए रोक दिया गया है
- इस दौरान लोग अपने जमीन के कागजात जमा कर सकेंगे
- सरकारी अफसर लोगों की मदद करेंगे ताकि उन्हें सही दस्तावेज मिल सकें
- कैथी लिपि में लिखे पुराने दस्तावेजों को पढ़ने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी
- भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे
सरकार ने यह फैसला क्यों लिया?
- लोगों को पुराने दस्तावेज जुटाने में दिक्कत हो रही थी
- कई जगह भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रही थीं
- पुरानी कैथी लिपि में लिखे दस्तावेजों को पढ़ना मुश्किल हो रहा था
- चुनाव नजदीक आने के कारण सरकार किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती थी
- विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला कर रहे थे
Bihar Land Survey के फायदे
- जमीन के रिकॉर्ड अपडेट होंगे
- जमीन विवाद कम होंगे
- लोगों को अपनी जमीन का सही-सही पता चलेगा
- सरकारी जमीन पर कब्जे हटेंगे
- जमीन खरीदने-बेचने में आसानी होगी
- बैंक से लोन लेना आसान होगा
बिहार लैंड सर्वे में क्या-क्या दस्तावेज जरूरी हैं?
- खतियान (जमीन का मालिकाना हक दिखाने वाला कागज)
- जमीन की रजिस्ट्री
- नक्शा
- लगान रसीद
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- फोटो
लैंड सर्वे कैसे कराएं?
- अपने इलाके के सर्वे कैंप में जाएं
- वहां दो फॉर्म भरने होंगे – स्वघोषणा प्रपत्र 2 और वंशावली प्रपत्र 3 (1)
- जरूरी दस्तावेज जमा करें
- अमीन आपकी जमीन का सर्वे करेंगे
- सर्वे रिपोर्ट तैयार होगी
- आपको प्रॉपर्टी कार्ड मिलेगा
बिहार लैंड सर्वे में क्या-क्या दिक्कतें आ रही थीं?
- पुराने दस्तावेज नहीं मिल पा रहे थे
- कैथी लिपि में लिखे दस्तावेजों को पढ़ना मुश्किल था
- कई परिवारों में जमीन का बंटवारा नहीं हुआ था
- सरकारी जमीन पर कब्जे थे
- कई जगह भ्रष्टाचार की शिकायतें थीं
- लोगों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही थी
सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने इन दिक्कतों को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं:
- तीन महीने का और समय दिया गया है
- कैथी लिपि पढ़ने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी
- हर जिले में प्रशिक्षण कैंप लगाए जाएंगे
- लोगों की मदद के लिए हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे
- भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी
- ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी जाएगी
लैंड सर्वे का टाइमलाइन
तारीख | इवेंट |
20 अगस्त 2024 | लैंड सर्वे शुरू |
21 सितंबर 2024 | सर्वे स्थगित करने का ऐलान |
22 दिसंबर 2024 | सर्वे फिर से शुरू होगा |
जुलाई 2025 | सर्वे पूरा होने की डेडलाइन |
लोगों को क्या करना चाहिए?
लोगों को इस तीन महीने के समय का फायदा उठाना चाहिए:
- अपने जमीन के सभी दस्तावेज इकट्ठा करें
- पुराने खतियान और रजिस्ट्री ढूंढें
- परिवार में जमीन का बंटवारा कर लें
- सरकारी जमीन पर कब्जा छोड़ दें
- किसी भी तरह के भ्रष्टाचार की शिकायत करें
- सरकारी हेल्प डेस्क से मदद लें