Divyang Scheme 2024: दिव्यांगजनों के जीवन को आसान बनाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। हाल ही में कुछ नई योजनाओं की घोषणा की गई है जिनके तहत दिव्यांगजनों को 35000 रुपए तक की आर्थिक सहायता मिल सकती है।
इन योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और विवाह जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मदद मिलेगी। इससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा और वे समाज में सम्मान के साथ जी सकेंगे। आइए इन योजनाओं के बारे में विस्तार से जानें।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना
यह एक व्यापक योजना है जिसके तहत दिव्यांगजनों को कई प्रकार की सहायता दी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है।
योजना का संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना |
लाभार्थी | 40% या अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्ति |
आयु सीमा | 18 वर्ष से अधिक |
आय सीमा | वार्षिक 3 लाख रुपए तक |
सहायता राशि | अधिकतम 35000 रुपए |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन या जिला समाज कल्याण कार्यालय में |
आवश्यक दस्तावेज | दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र |
योजना के प्रमुख लाभ
- शिक्षा सहायता: उच्च शिक्षा के लिए 15000 रुपए तक की छात्रवृत्ति
- रोजगार सहायता: स्वरोजगार के लिए 25000 रुपए तक का अनुदान
- उपकरण सहायता: सहायक उपकरणों के लिए 10000 रुपए तक की मदद
- चिकित्सा सहायता: इलाज के लिए 20000 रुपए तक की आर्थिक मदद
- विवाह सहायता: शादी के लिए 35000 रुपए तक की सहायता
दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना
इस योजना के तहत दिव्यांग व्यक्तियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। इससे दिव्यांगजनों को अपना जीवनसाथी चुनने और परिवार बसाने में मदद मिलती है।
योजना की मुख्य बातें
- दिव्यांग व्यक्ति की शादी पर 35000 रुपए तक की सहायता
- दिव्यांग महिला से शादी करने वाले सामान्य पुरुष को 25000 रुपए का प्रोत्साहन
- दोनों दिव्यांग होने पर 50000 रुपए तक की सहायता
- शादी के 3 महीने के अंदर आवेदन करना जरूरी
- आय सीमा 3 लाख रुपए वार्षिक
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- दिव्यांगता प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- विवाह प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
राष्ट्रीय दिव्यांग वित्त एवं विकास निगम की योजनाएं
यह निगम दिव्यांगजनों के आर्थिक विकास के लिए कई योजनाएं चलाता है। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं इस प्रकार हैं:
दिव्यांगजन स्वावलंबन योजना
- स्वरोजगार के लिए 25 लाख रुपए तक का ऋण
- 5% वार्षिक ब्याज दर
- 7 वर्ष की अवधि में चुकाना होता है
- कोई गारंटी या सुरक्षा की जरूरत नहीं
विशेष माइक्रोफाइनेंस योजना
- छोटे व्यवसाय के लिए 50000 रुपए तक का ऋण
- 4% वार्षिक ब्याज दर
- 3 वर्ष में चुकाने की सुविधा
- आसान EMI विकल्प
दिव्यांग पेंशन योजना
इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को मासिक पेंशन दी जाती है। इससे उन्हें नियमित आय का स्रोत मिलता है।
योजना की विशेषताएं
- 40% से अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को मिलती है पेंशन
- 18 से 79 वर्ष की आयु के लोग पात्र
- मासिक 1500 रुपए तक की पेंशन राशि
- 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को 2000 रुपए मिलते हैं
- हर महीने बैंक खाते में सीधे जमा होती है राशि
पेंशन के लिए पात्रता
- भारत का नागरिक होना चाहिए
- राज्य में कम से कम 5 साल से रह रहा हो
- परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपए से कम हो
- किसी अन्य पेंशन योजना का लाभ न ले रहा हो
सहायक उपकरण अनुदान योजना
इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को मुफ्त में या रियायती दर पर सहायक उपकरण दिए जाते हैं। इससे उनके दैनिक जीवन में आसानी होती है।
योजना के प्रमुख बिंदु
- व्हीलचेयर, कृत्रिम अंग, श्रवण यंत्र आदि उपकरण मिलते हैं
- 10000 रुपए तक के उपकरण मुफ्त में दिए जाते हैं
- 10000 से अधिक कीमत के उपकरणों पर 50% छूट
- हर 3 साल में एक बार लाभ लिया जा सकता है
- सरकारी अस्पतालों में कैंप लगाकर वितरण किया जाता है
आवेदन प्रक्रिया
- जिला अस्पताल से दिव्यांगता प्रमाण पत्र लें
- समाज कल्याण विभाग में आवेदन जमा करें
- आवेदन स्वीकृत होने पर कैंप में उपकरण प्राप्त करें
- उपकरण मिलने का रसीद जमा करें
कौशल विकास प्रशिक्षण योजना
इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे उन्हें नौकरी या स्वरोजगार के अवसर मिलते हैं।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- 3 से 6 महीने का नि:शुल्क प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण के दौरान 1500 रुपए मासिक वजीफा
- कंप्यूटर, सिलाई, मोबाइल रिपेयर आदि कोर्स
- प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट में सहायता
- स्वरोजगार के लिए बैंक ऋण में मदद
पात्रता और आवेदन
- 18 से 45 वर्ष की आयु के दिव्यांगजन
- कम से कम 8वीं पास होना चाहिए
- ऑनलाइन या प्रशिक्षण केंद्र में आवेदन करें
- दिव्यांगता प्रमाण पत्र और शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज लगाएं
मुख्यमंत्री दिव्यांग स्वाभिमान योजना
यह योजना दिव्यांगजनों के समग्र विकास के लिए शुरू की गई है। इसके तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि क्षेत्रों में सहायता दी जाती है।
योजना के प्रमुख घटक
- शिक्षा सहायता:
- स्कूली शिक्षा के लिए 5000 रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति
- उच्च शिक्षा के लिए 10000 रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 15000 रुपए अनुदान
- स्वास्थ्य सहायता:
- 5 लाख रुपए तक का नि:शुल्क इलाज
- सहायक उपकरणों के लिए 25000 रुपए तक अनुदान
- मासिक 1000 रुपए का पोषण भत्ता
- रोजगार सहायता:
- स्वरोजगार के लिए 2 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण
- सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण
- कौशल प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सहायता
लाभ लेने की प्रक्रिया
- ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करें
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
- आवेदन की स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं
- स्वीकृति के बाद लाभ सीधे बैंक खाते में आएगा
दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना
इस योजना के तहत दिव्यांग छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। इससे उनकी पढ़ाई में मदद मिलती है।
योजना के मुख्य प्रावधान
- स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर छात्रवृत्ति
- प्रति वर्ष 20000 रुपए तक की छात्रवृत्ति
- होस्टल और अन्य खर्चों के लिए अतिरिक्त भत्ता
- पूरे कोर्स की अवधि तक मिलती है छात्रवृत्ति
- सीधे छात्र के बैंक खाते में जमा होती है राशि
पात्रता मानदंड
- 40% या अधिक दिव्यांगता होनी चाहिए
- परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से कम हो
- मान्यता प्राप्त संस्थान में पढ़ाई कर रहा हो
- 80% से अधिक उपस्थिति जरूरी
Disclaimer
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। हालांकि इसमें दी गई जानकारी विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है, फिर भी योजनाओं के नियम और शर्तों में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। इसलिए किसी भी योजना का लाभ लेने से पहले संबंधित विभाग या अधिकारियों से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। लेखक या प्रकाशक इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के परिणामों के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।