किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त जल्द ही किसानों के खाते में आने वाली है। सरकार ने इसकी तारीख का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के वाशिम में इस किस्त को जारी करेंगे। इसके बाद 6 और 7 अक्टूबर को किसानों के खाते में पैसे आने शुरू हो जाएंगे।
इस किस्त के जारी होने से देश के 9.5 करोड़ से ज्यादा किसानों को फायदा होगा। हर किसान के खाते में 2000 रुपये आएंगे। कुल मिलाकर सरकार इस बार 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम किसानों के खाते में भेजेगी। यह योजना किसानों की आय बढ़ाने में मदद कर रही है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसकी शुरुआत 2019 में हुई थी। इस योजना के तहत देश के छोटे और सीमांत किसानों को हर साल 6000 रुपये की मदद दी जाती है। यह रकम तीन किस्तों में किसानों के खाते में सीधे भेजी जाती है। हर किस्त में 2000 रुपये मिलते हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। इससे किसान अपनी खेती के लिए जरूरी चीजें खरीद सकते हैं और अपनी फसल की देखभाल अच्छे से कर सकते हैं। यह योजना किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने में मदद कर रही है।
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना |
शुरू होने का साल | 2019 |
लाभार्थी | छोटे और सीमांत किसान |
सालाना मदद राशि | 6000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 |
हर किस्त की रकम | 2000 रुपये |
18वीं किस्त की तारीख | 5 अक्टूबर 2024 |
लाभार्थियों की संख्या | 9.5 करोड़ से ज्यादा |
18वीं किस्त के बारे में जरूरी जानकारी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त 5 अक्टूबर 2024 को जारी की जाएगी। इस किस्त के जारी होने के बाद 6 और 7 अक्टूबर को किसानों के खाते में पैसे आने शुरू हो जाएंगे। इस बार करीब 9.5 करोड़ किसानों को इस किस्त का फायदा मिलेगा।
इस किस्त के लिए सरकार 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी। हर किसान के खाते में 2000 रुपये आएंगे। यह रकम किसानों के लिए काफी मददगार साबित होगी। वे इस पैसे से अपनी खेती के लिए जरूरी सामान खरीद सकते हैं।
किस्त पाने के लिए क्या करना होगा?
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी काम करने होंगे:
- सबसे पहले आपको अपना ई-केवाईसी पूरा करना होगा। यह जरूरी है क्योंकि इसके बिना आपको किस्त नहीं मिलेगी।
- अपने आधार कार्ड को अपने बैंक खाते से लिंक करवाना होगा। इससे पैसा सीधे आपके खाते में आएगा।
- योजना की वेबसाइट पर जाकर अपना नाम चेक करें। अगर आपका नाम लिस्ट में है, तो आप किस्त पाने के हकदार हैं।
- अगर आपका नाम लिस्ट में नहीं है, तो आप अपने नजदीकी कृषि विभाग के दफ्तर में जाकर अपना नाम जोड़वा सकते हैं।
- अपने दस्तावेजों को अपडेट रखें। इससे आपको किस्त पाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
किस्त चेक करने का तरीका
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके खाते में किस्त आई है या नहीं, तो आप इन तरीकों से चेक कर सकते हैं:
- पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वहां ‘Beneficiary Status’ पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर, बैंक खाता नंबर या मोबाइल नंबर डालें।
- ‘Get Data’ पर क्लिक करें।
- आपको अपनी किस्त की जानकारी मिल जाएगी।
आप अपने बैंक की पासबुक या मोबाइल बैंकिंग ऐप में भी चेक कर सकते हैं। अगर किस्त आई है, तो वहां दिखाई देगी।
योजना के फायदे
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को कई फायदे हो रहे हैं:
- आर्थिक मदद: हर साल 6000 रुपये मिलने से किसानों को आर्थिक मदद मिलती है।
- खेती में निवेश: इस पैसे से किसान अपनी खेती में निवेश कर सकते हैं। वे बीज, खाद और दूसरी जरूरी चीजें खरीद सकते हैं।
- कर्ज से बचाव: यह पैसा किसानों को कर्ज लेने से बचाता है। वे अपनी जरूरतें इस पैसे से पूरी कर सकते हैं।
- आत्मनिर्भरता: इस योजना से किसान ज्यादा आत्मनिर्भर बन रहे हैं। वे अपनी खेती को बेहतर तरीके से कर पा रहे हैं।
- गरीबी से लड़ाई: यह योजना ग्रामीण इलाकों में गरीबी से लड़ने में मदद कर रही है।
योजना में नए बदलाव
सरकार ने हाल ही में इस योजना में कुछ बदलाव किए हैं:
- ई-केवाईसी जरूरी: अब हर किसान को ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। इसके बिना किस्त नहीं मिलेगी।
- आधार लिंक: बैंक खाते को आधार से लिंक करना जरूरी हो गया है।
- ऑनलाइन अपडेट: किसान अब अपने विवरण को ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं।
- फेस ऑथेंटिकेशन: कुछ जगहों पर फेस ऑथेंटिकेशन की सुविधा शुरू की गई है।
- डिजिटल रिकॉर्ड: सभी रिकॉर्ड अब डिजिटल रूप में रखे जा रहे हैं।
योजना का असर
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का देश के किसानों पर बड़ा असर पड़ा है:
- आय में बढ़ोतरी: इस योजना से किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है।
- खेती में सुधार: किसान अब बेहतर तरीके से खेती कर पा रहे हैं।
- गांवों का विकास: इस योजना से गांवों का विकास हो रहा है।
- किसानों का कल्याण: किसानों के जीवन स्तर में सुधार आया है।
- खेती में रुचि: युवाओं में खेती के प्रति रुचि बढ़ी है।